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राष्ट्रीय करेंट अफेयर्स 15 march 2019

एम. आर. कुमार को LIC का चेयरमैन नियुक्त किया गया

एम. आर. कुमार को LIC का चेयरमैन नियुक्त किया गया।  एम. आर. कुमार वर्तमान में LIC की नार्थ जोन के जोनल मेनेजर पद पर कार्यरत्त हैं। वे LIC के चेयरमैन के पद पर पांच वर्ष तक कार्य करेंगे।

भारतीय जीवन बीमा निगम (LIC)

भारतीय जीवन बीमा निगम (LIC) की स्थापना 1 सितम्बर, 1956 को की गयी थी। इसका मुख्यालय महाराष्ट्र के मुंबई में स्थित है। LIC एक सार्वजनिक क्षेत्र का बीमा समूह व निवेश कंपनी है। यह भारत की सबसे बड़ी बीमा कंपनी है, इसकी परिसंपत्ति का कुल मूल्य 25,29,390 करोड़ रुपये है। इसकी स्थापना 1956 में भारतीय संसद द्वारा भारतीय जीवन बीमा निगम के राष्ट्रीयकरण के लिए पारित किये गये अधिनियम के पश्चात् हुई थी। भारतीय जीवन बीमा निगम का आदर्श वाक्य “योगक्षेमम वहाम्यहम” है।

15 मार्च: विश्‍व उपभोक्‍ता अधिकार दिवस

15 मार्च को विश्‍व उपभोक्‍ता अधिकार दिवस मनाया जाता है। विश्‍व उपभोक्‍ता अधिकार दिवस हर वर्ष पूरी दुनिया में उपभोक्‍ताओं के अधिकारों के संरक्षण के प्रति एकजुटता प्रदर्शित करने के लिए मनाया जाता है।

विश्‍व उपभोक्‍ता अधिकार दिवस

World Consumer Rights Day- Consumers International ने 24 साल पहले 1983 में उपभोक्ता अधिकार दिवस मनाने की शुरूआत की। दुनिया में 15 मार्च को यह दिन मनाया जाता हैं। इस दिन को मनाने का एक ही कारण था कि ग्राहकों को उनके अधिकारों के बारे में जानकारी हो बहुत से ग्राहकों को अधिकारों की जानकारी न होने के कारण परेशानी उढानी पड़ती हैं। ग्राहकों को यह जानकारी होनी चाहिए कि अपनी जरूरतें पूरी करने के लिए उनका क्या अधिकार हैं, दुनिया भर की सरकारें उपभोक्ताओं के अधिकारों का ख्याल रखें।
उपभोक्‍ता आंदोलन की शुरूआत अमेरिका में रल्प नाडेर द्वारा की गई थी, जिसके परिणाम स्‍वरूप 15 मार्च 1962 को अमेरिकी कांग्रेस में तत्कालीन राष्ट्रपति जॉन एफ कैनेडी के द्वारा उपभोक्ता संरक्षण का विधेयक पेश किया गया। इस विधेयक में चार विशेष प्रावधान थे-
  • उपभोक्ता सुरक्षा के अधि‍कार
  • सूचना प्राप्त करने का अधि‍कार
  • उपभोक्ता को चुनाव करने का अधि‍कार
  • सुनवाई का अधि‍कार

उपभोक्‍ता संरक्षण अधिनियम

अधिनियम के तहत किसी भी प्रकार का समान खरीदने वाला या किसी प्रकार की सेवा लेने वाला प्रत्‍येक व्‍यक्ति उपभोक्‍ता है,तथा उसके अधिकार भी हैं। जिसे जानने के साथ ही जागरूक होकर उनका लाभ उठाना भी उपभोक्‍ता के अधिकारों में हैं तथा किसी तरह का विवाद होता हैं तो इसके लिए कानुनी निमय भी हैं।

आल इंग्लैंड ओपन बैडमिंटन चैंपियनशिप 2019

आल इंग्लैंड ओपन बैडमिंटन चैंपियनशिप 2019 की विभिन्न श्रेणियों के विजेताओं की सूची निम्नलिखित है :
एकल पुरुष वर्ग : जापान के केंटो मोमोता
महिला एकल वर्ग : चीन की चेन युफे
पुरुष युगल वर्ग : इंडोनेशिया के मोहम्मद अहसान तथा हेन्द्र सेतिअवान
महिला युगल वर्ग : चीन की चेन किंगचेन तथा जिया यिफान
मिश्रित युगल वर्ग : चीन के झेंग सिवेई तथा हुआंग याकिओंग

आल इंग्लैंड ओपन बैडमिंटन चैंपियनशिप

आल इंग्लैंड ओपन बैडमिंटन चैंपियनशिप का आयोजन प्रतिवर्ष इंग्लैंड में किया जाता है, यह विश्व का सबसे पुराना बैडमिंटन टूर्नामेंट है। इस प्रतियोगिता के शुरूआती प्रारूप का आरम्भ इंग्लैंड के गिल्डफोर्ड कस्बे में 1898 में हुई थी। इस प्रतियोगिता की सफलता के बाद 1899 में आल इंग्लैंड ओपन बैडमिंटन चैंपियनशिप का प्रथम संस्करण आयोजित किया गया है।

मर्सर जीवन यापन गुणवत्ता रैंकिंग 2019

हाल ही में कंसल्टिंग एजेंसी मर्सर ने जीवन यापन गुणवत्ता रैंकिंग 2019 जारी की। यह सूचकांक सितम्बर-नवम्बर, 2018 के बीच के डाटा विश्लेषण पर आधारित है। इस सूचकांक में 231 शहरों को रैंकिंग प्रदान की गयी है।

जीवन-यापन गुणवत्ता रैंकिंग 2019

  • इस सूचकांक में ऑस्ट्रिया की राजधानी विएना को पहला स्थान मिला है। गौरतलब है कि विएना लगातार पिछले 10 वर्षों से इस सूचकांक में पहले स्थान पर है।
  • इस सूचकांक में विएना के बाद ज्यूरिक, ऑकलैंड, म्युनिक और वैंकोवर हैं।
  • अमेरिका में सैन फ्रांसिस्को को पहला स्थान मिला, विश्व में सैन फ्रांसिस्को 34वें स्थान पर है।
  • यूनाइटेड किंगडम में लन्दन को प्रथम स्थान मिला, विश्व में लन्दन का स्थान 41वां है।
  • एशिया में प्रथम स्थान सिंगापुर को मिला, विश्व में सिंगापुर को 25वां स्थान प्राप्त हुआ।
  • दक्षिण अमेरिका में उरुग्वे की राजधानी मोन्तेविडियो प्रथम स्थान प्राप्त हुआ।
  • अफ्रीका महाद्वीप में पोर्ट लुइस (मॉरिशस) को पहला स्थान प्राप्त हुआ।
  • इस सूची में बगदाद, बांगुइ और सना सबसे नीचे हैं।

भारतीय शहरों की सूची

  • इस सूची में भारतीय शहरों में से चेन्नई को प्रथम स्थान प्राप्त हुआ, विश्व में चेन्नई का रैंक 105 है।
  • बेंगलुरु को इस सूची में 149वां रैंक प्राप्त हुआ है।
  • मुंबई को इस सूची में 154वां स्थान प्राप्त हुआ।
  • दिल्ली को इस सूचकांक में 162वां स्थान प्राप्त हुआ।
यह सूचकांक 39 फैक्टर्स पर आधारित है, इसमें सार्वजनिक परिवहन, ट्रैफिक में भीड़ का स्तर, आवास की उपलब्धता, अंतर्राष्ट्रीय विद्यालय इत्यादि के आधार पर शहरों का मूल्यांकन किया जाता है।

AFINDEX-19

अफ्रीका-इंडिया जॉइंट फील्ड ट्रेनिंग एक्सरसाइज (AFINDEX-19) का आयोजन भारतीय सेना तथा 16 अफ्रीकी देशों के बीच 18 मार्च से 27 मार्च के बीच पुणे में किया जायेगा।

AFINDEX-19

  • इस अभ्यास में 16 अफ्रीकी देशों में से प्रत्येक देश से 10-10 सैनिक हिस्सा लेंगे। भारत की ओर से इस अभ्यास में मराठा लाइट इन्फेंट्री के सैनिक हिस्सा लेंगे।
  • इस अभ्यास का आयोजन पुणे में औंध मिलिट्री स्टेशन तथा किरकी के कॉलेज ऑफ़ मिलिट्री इंजीनियरिंग  में किया जायेगा।
  • AFINDEX-19 का उद्देश्य प्रतिभागी दलों को मानवीय सहायता तथा शांति मिशन के लिए प्रशिक्षण प्रदान करना है।
  • इस अभ्यास में अफ्रीका से मिस्र, घाना, नाइजीरिया, सेनेगल, सूडान, दक्षिण अफ्रीका, तंज़ानिया, नामीबिया, यूगांडा, नाइजर तथा ज़ाम्बिया के सैनिक हिस्सा लेंगे। जबकि रवांडा, डेमोक्रेटिक रिपब्लिक ऑफ़ कांगो तथा मेडागास्कर अफसर पर्यवेक्षक के रूप में हिस्सा लेंगे।
  • इस संयुक्त सैन्य अभ्यास का उद्देश्य इंटरओपेराबिलिटी को बढ़ावा देना है। इस दौरान सेनायें एक-दूसरे की प्रक्रियाओं के बारे में जान सकेंगी।
AFINDEX-19 के तहत भारतीय सशस्त्र बल संयुक्त राष्ट्र शांति मिशन के लिए अपने अनुभव को अफ्रीकी देशों की सेनाओं के साथ साझा करेंगे।



कर्नाटक में क्लाउड सीडिंग

सूखे की स्थिति से पीड़ित कर्नाटक सरकार ने दो मानसून सीजन के लिए बादलों से अधिकतम जल प्राप्त करने के लिए क्लाउड सीडिंग का उपयोग करने का निर्णय लिया है। इसका उपयोग 2019 तथा 2020 की मानसून ऋतू के दौरान किया जायेगा। इसके लिए कर्नाटक सरकार ने टेंडर मंगवाएं हैं। एक सीजन में क्लाउड सीडिंग की अनुमानित लागत लगभग 50 करोड़ रुपये आएगी।

क्लाउड सीडिंग क्या है?

क्लाउड सीडिंग प्रक्रिया के माध्यम से बादलों में रासायनों के माध्यम से वर्षा प्राप्त करना है। वर्षा उस समय होती है जब वायु में मौजूद नमी उस स्तर पर पहुँच जाती है जब उसे हवा में नही रखा जा सकता। क्लाउड सीडिंग के द्वारा इस प्रक्रिया को गति दी जाती है। इसके लिए सिल्वर अथवा पोटैशियम के आयोडाईड का उपयोग नुक्लेई, ठोस कार्बन डाइऑक्साइडअ अथवा लिक्विड प्रोपेन का उपयोग किया जाता है।

कर्नाटक में क्लाउड सीडिंग के प्रयास

इससे पहले 2017 में प्रोजेक्ट वर्शधारे के द्वारा भी इसी किस्म का प्रयास किया गया था। यह प्रयास काफी सफल रहा था। डाटा के अनुसार इससे वर्षा में 27.9% की वृद्धि हुई थी।

भारत पहुँचा चाबहार मार्ग से भेजा गया अफ़ग़ानिस्तान का पहला कन्साइनमेंट

चाबहार बंदरगाह से भेजा गया अफ़ग़ानिस्तान का पहला कन्साइनमेंट भारत पहुँच गया है। इस कन्साइनमेंट में अफ़ग़ानिस्तान के शहर ज़रांज से 57 टन के सूखे फल, कपडे, कारपेट तथा खनिज उत्पाद 23 ट्रकों में भेजे गये। यह कन्साइनमेंट ईरान के चाबहार बंदरगाह से होते हुए मुंबई पहुंचा।
चाबहार बंदरगाह भारत, अफ़ग़ानिस्तान और ईरान के बीच मधुर संबंधों का परिचायक है। इससे तीनों देशों के आर्थिक विकास को भी बढ़ावा मिलेगा। चाबहार बंदरगाह से भारत को अफ़ग़ानिस्तान से व्यापार करने के लिए सरल मार्ग मिलेगा। भारत ने चाबहार बंदरगाह के विकास के लिए काफी निवेश किया है।

चाबहार बंदरगाह

चाबहार बंदरगाह ईरान के दक्षिणी तट पर स्थित है, यह बंदरगाह सामरिक रूप से काफी महत्वपूर्ण है। यह बंदरगाह चीन द्वारा पाकिस्तान में निर्मित ग्वादर बंदरगाह से केवल 100 नॉटिकल मील दूर स्थित है। भारत ने सर्वप्रथम 2003 में चाबहार बंदरगाह के विकास का प्रस्ताव रखा था। अफ़ग़ानिस्तान तथा मध्य एशिया तक पहुँच बनाने के लिए यह बंदरगाह भारतीय के लिए ‘सुनहरा द्वार’ है। फरवरी, 2018 चाबहार के पहले चरण (शाहिद बेहेश्ती) के क्रियान्वयन के लिए समझौते पर हस्ताक्षर किये गये थे। इस समझौते के तहत इंडिया पोर्ट्स ग्लोबल लिमिटेड नामक भारतीय कंपनी चाबहार बंदरगाह का अंतरिम प्रभार अपने हाथ में लेगी।

DRDO ने स्वदेशी विकसित मानव-पोर्टेबल एंटी-टैंक गाइडेड मिसाइल का सफलतापूर्वक परीक्षण किया

रक्षा अनुसन्धान व विकास संगठन (DRDO) ने स्वदेशी निर्मित मानव एंटी-टैंक गाइडेड मिसाइल का सफलतापूर्वक परीक्षण किया। इस मिसाइल का परीक्षण राजस्थान के पोखरण में  किया गया।

परीक्षण

  • इस मानव-पोर्टेबल एंटी-टैंक गाइडेड मिसाइल में इमेज इन्फ्रारेड राडार तथा इंटीग्रेटेड एवियोनिक्स हैं।
  • यह इसरो द्वारा विकसित मानव एंटी-टैंक गाइडेड मिसाइल की तीसरी पीढ़ी है।
  • यह मारक क्षमता 2.5 किलोमीटर तक है।
  • मानव-पोर्टेबल एंटी-टैंक गाइडेड मिसाइल का इस्तेमाल कंधे पर रख कर किया जा सकता है।

MPATGM प्रणाली

MPATGM रक्षा अनुसन्धान व विकास संगठन द्वारा विकसित एंटी टैंक गाइडेड मिसाइल की तीसरी पीढ़ी है। यह अपनी श्रेणी में विश्व में सर्वश्रेष्ठ है। अभी इसका आधिकारिक नामकरण किया जाना बाकी है। यह द्वतीय पीढ़ी की फ़्रांसिसी मूल की एंटी-टैंक गाइडेड मिसाइल मिलान और सोवियत मिसाइल कोंकुर का स्थान लेगी। फिलहाल मिलान और कोंकुर मिसाइलें भारतीय सेना में कार्यरत्त हैं।
‘मेक इन इंडिया’ कार्यक्रम के लिए भी यह मिसाइल ज़रूरी है। इसकी मारक रेंज 2.5 किलोमीटर है। इसका भार 14.5 किलोमीटर है। इसे कंधे पर रखकर भी दागा जा सकता है, इसे दिन व रात दोनों समय में दगा जा सकता है। इसमें उच्च विस्फोटक एंटी टैंक वारहेड का उपयोग किया गया है। यह ‘दागो और भूल जाओ’ के सिद्धांत पर कार्य करती है। यह मिसाइल स्थिर तथा चलनशील दोनों प्रकार के लक्ष्यों के विरुद्ध प्रभावशाली है। इस मिसाइल को भारतीय सेना की इन्फेंट्री और पैराशूट बटालियन में तैनात किया जायेगा। इस मिसाइल का निर्माण सशस्त्र बलों की मांग के बाद किया गया है। वर्तमान में भारतीय सेना के पास एंटी टैंक गाइडेड मिसाइल नाग है, परन्तु यह मिसाइल पोर्टेबल नहीं है।


सिरसी सुपारी को मिला भौगोलिक संकेत (GI) टैग

कर्नाटक के उत्तर कन्नड़ जिले की सिरसी सुपारी को भौगोलिक संकेत (GI) टैग प्रदान किया। सिरसी सुपारी का उत्पादन उत्तर कन्नड़ जिले के सिरसी, येल्लापुर तथा सिद्दापुर तालुक में उगाया जाता है। इन तीन तालुकों में प्रतिवर्ष 40,000 एकड़ क्षेत्र में 4 लाख सुपारी का उत्पादन किया जाता है। कर्नाटक में उत्पादित की जानी इस सुपारी को गुजरात, महाराष्ट्र, राजस्थान तथा नई दिल्ली में बेचा जाता है।

विशिष्ट भौगोलिक संकेत (Geographical Indication)

GI टैग अथवा पहचान उस वस्तु अथवा उत्पाद को दिया जाता है जो कि विशिष्ट क्षेत्र का प्रतिनिधत्व करती है, अथवा किसी विशिष्ट स्थान पर ही पायी जाती है अथवा वह उसका मूल स्थान हो। GI टैग कृषि उत्पादों, प्राकृतिक वस्तुओं तथा निर्मित वस्तुओं उनकी विशिष्ट गुणवत्ता के लिए दिया जाता है। यह GI पंजीकरण 10 वर्ष के लिए वैध होता है, बाद में इसे रीन्यू करवाना पड़ता है। कुछ महत्वपूण GI टैग प्राप्त उत्पाद दार्जीलिंग चाय, तिरुपति लड्डू, कांगड़ा पेंटिंग, नागपुर संतरा तथा कश्मीर पश्मीना इत्यादि हैं।

राजनीती में महिलाएं : अंतरसंसदीय संघ डाटा

अंतरसंसदीय संघ ने हाल ही में राजनीती में महिलाओं की भागीदारी के सन्दर्भ में डाटा जारी किया, इसके मुख्य बिंदु निम्नलिखित हैं :
  • 2017 में विश्व में 7.2% महिला राष्ट्र प्रमुख थीं, 2018 में यह दर कम हो कर 6.6% पर पहुँच गयी है।
  • 2017 में सरकार में महिला प्रमुखों की दर 5.7% थी, 2018 में यह कम होकर 5.2% हो गयी है।
  • संसद में महिलाओं की वैश्विक भागीदारी में 1% की वृद्धि हुई, अब यह दर बढ़कर 24.1% हो गयी है।
  • 1995 से 2018 के बीच संसद में महिलाओं की भागीदारी में 11% की वृद्धि हुई है।

अंतरसंसदीय संघ

अंतरसंसदीय संघ की स्थापना 1889 में की गयी थी, यह एक वैश्विक अंतरसंसदीय संस्थान है। इसका मुख्यालय स्विट्ज़रलैंड के जिनेवा में स्थित है। इसकी स्थापना फ्रेडरिक पैसी तथा विलियम रैंडल क्रेमर द्वारा की गयी थी। 178 देशों की राष्ट्रीय संसद इस संघ की सदस्य हैं।

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